मन्दसौर

प्याज की कम कीमतों पर फूटा किसानों का गुस्सा: शामगढ़ मंडी में 30 मिनट तक चक्का जाम

Listen to this article

शामगढ़ की नवीन कृषि उपज मंडी में प्याज की कीमतों को लेकर किसानों ने तीखा विरोध जताया। मंगलवार को मंडी परिसर में 30 मिनट तक चक्का जाम कर किसानों ने व्यापारियों और प्रशासन के खिलाफ नाराज़गी जाहिर की।

📍 हमारे अन्य मंडी अपडेट्स पढ़ें


प्याज की आवक रही अच्छी, पर कीमतों ने तोड़ी उम्मीद

चार दिन के अवकाश के बाद जब मंडी खुली, तो प्याज की आवक अच्छी रही। लेकिन व्यापारियों की कम संख्या और बेहद कम बोली ने किसानों को निराश कर दिया। प्याज के दाम उम्मीद से काफी कम थे, जिससे किसानों का आक्रोश फूट पड़ा।


विरोध के बीच प्रशासन की सक्रियता

घटना की जानकारी मिलते ही शामगढ़ थाना प्रभारी धर्मेंद्र शिवहरे अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। साथ ही, मंडी सचिव पर्वत सिंह यादव और जिला पंचायत प्रतिनिधि डॉ. विजय पाटीदार ने स्थिति को संभाला।

डॉ. विजय पाटीदार की मध्यस्थता बनी समाधान की कुंजी

डॉ. पाटीदार ने किसानों से बातचीत की और समाधान का आश्वासन दिया। पहले से नीलाम हो चुके प्याज की पुनर्नीलामी कराई गई, जिससे किसानों को कुछ राहत मिली और वे शांत हो गए।

📰 शहर की अन्य बड़ी खबरें यहां पढ़ें


किसानों ने उठाई अन्य समस्याएं भी

विरोध के दौरान किसानों ने सिर्फ कीमतों को ही मुद्दा नहीं बनाया, बल्कि मंडी परिसर की अन्य समस्याओं पर भी ध्यान दिलाया। इनमें मुख्य रूप से:

  • पानी की सुविधा की कमी
  • बाउंड्री वॉल की अनुपस्थिति
  • सफाई व्यवस्था की बदहाली

डॉ. पाटीदार ने इन समस्याओं के शीघ्र समाधान का भरोसा दिलाया।


मंडी सचिव ने दी सफाई

मंडी सचिव पर्वत सिंह यादव ने कहा कि छोटी क्वालिटी के प्याज की कीमत अन्य मंडियों में भी कम ही मिलती है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि मंडी की व्यवस्थाओं में सुधार किया जाएगा और किसानों की मांगों को प्राथमिकता दी जाएगी।


किसानों की मांगें जायज़, लेकिन समाधान ज़रूरी

शामगढ़ मंडी की यह घटना दर्शाती है कि किसानों की आर्थिक स्थिरता के लिए पारदर्शी और लाभकारी नीलामी प्रक्रिया आवश्यक है। अगर उनकी मेहनत की फसल का सही दाम नहीं मिलेगा, तो ऐसे विरोध भविष्य में और बढ़ सकते हैं।


निष्कर्ष: व्यवस्था सुधार की जरूरत

इस विरोध ने यह साफ कर दिया है कि मंडी व्यवस्था में सुधार की सख्त आवश्यकता है। प्रशासन और मंडी प्रबंधन को मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि किसान अपनी उपज के लिए उचित मूल्य प्राप्त करें।

✅ यह ज़रूरी है कि किसानों की आवाज़ को गंभीरता से लिया जाए और हर मंडी में पारदर्शिता, सुविधा और निष्पक्षता को प्राथमिकता दी जाए।


#ShamgarhMandi #OnionPriceProtest #FarmerProtestIndia #AgricultureNews #MandsaurNews #KisanAndolan #MewarmalwaUpdates #MandiNews #OnionAuctionIndia #IndianFarmers