प्रतापगढ़, राजस्थान – महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव के अवसर पर सकल जैन समाज ने प्रतापगढ़ में एक भव्य और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध आयोजन किया। यह आयोजन न केवल धार्मिक भावना से परिपूर्ण था, बल्कि समाज की एकता और संस्कृति की झलक भी प्रस्तुत करता है।
प्रभात फेरी से शुरू हुआ दिन
कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 5 बजे नया मंदिरजी से प्रभात फेरी के साथ हुई। प्रभात फेरी ने नगर का भ्रमण किया और वातावरण को धर्ममय बना दिया। बैंड बाजे और भजनों की गूंज के साथ पूरा शहर श्रद्धा से भर गया।
👉 मलवा क्षेत्र के अन्य धार्मिक आयोजनों के लिए क्लिक करें
आकर्षक चल समारोह बना मुख्य आकर्षण
नगर भ्रमण के बाद प्रभात फेरी मंदिर लौट आई, जिसके पश्चात एक भव्य चल समारोह निकाला गया। इस शोभायात्रा में ऊंट, घोड़े, सजी हुई बग्गियां और प्रतीकात्मक लकड़ी के घोड़े शामिल थे। म्यूजिकल बैंड की धुन पर श्रद्धालु झूमते नजर आए।
जीवंत झांकियों ने दर्शाया जैन धर्म का सार
इस चल समारोह की खास बात थीं वे झांकियां जो जैन धर्म के मूल सिद्धांतों को जीवंत रूप में प्रस्तुत कर रही थीं। महिलाओं और बच्चों ने मिलकर इन झांकियों को तैयार किया, जिसमें अहिंसा, सत्य, अस्तेय, ब्रह्मचर्य और अपरिग्रह जैसे सिद्धांत प्रमुख रूप से प्रदर्शित किए गए।
महिला मंडल की सदस्याएं पारंपरिक केसरिया और पीली साड़ियों में दिखाई दीं, जबकि पुरुषों ने सफेद वस्त्र धारण कर आध्यात्मिक माहौल को और भी गहराया।
संगीतमय तंबोला ने बढ़ाई शाम की रौनक
शाम को गुमानजी मंदिर परिसर में एक विशेष संगीतमय तंबोला का आयोजन किया गया। इसमें शहर भर से लोगों ने हिस्सा लिया। आयोजन इतना रोचक था कि बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, सभी पूरे उत्साह से शामिल हुए।
आकर्षक इनामों ने बांधा समां
तंबोला में एलईडी टीवी, फ्रिज, कूलर, और 25 से अधिक चांदी के सिक्के जैसे इनाम बांटे गए। इसके अलावा कई छोटे-बड़े पुरस्कार भी विजेताओं को दिए गए।

👉 प्रतापगढ़ के सांस्कृतिक आयोजनों की ताज़ा ख़बरें पढ़ें
समापन
महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव न केवल एक धार्मिक अवसर था, बल्कि यह सामुदायिक एकता, सांस्कृतिक विरासत और सामाजिक भागीदारी का प्रतीक भी बन गया। सकल जैन समाज द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम आने वाले वर्षों के लिए भी प्रेरणा बनकर रहेगा।
#महावीरजन्मकल्याणक #प्रतापगढ़समाचार #जैनधर्म #संस्कृति #धार्मिकआयोजन #RajasthanEvents #MewarMalwa