प्रतापगढ़ ज़िले की पुलिस ने अवैध मादक पदार्थों की तस्करी के मामले में बड़ी सफलता हासिल की है। इस कार्रवाई में फरार चल रहे मुख्य आरोपी भागीरथ पाटीदार को गिरफ्तार कर लिया गया है, जो लगभग तीन महीनों से पुलिस की पकड़ से दूर था।
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🧾 16 जनवरी 2025 का मामला: प्रतापगढ़ बस स्टैंड पर छापा
इस केस की शुरुआत 16 जनवरी 2025 को हुई थी, जब पुलिस ने प्रतापगढ़ बस स्टैंड पर एक स्लीपर बस में गोपनीय सूचना के आधार पर छापेमारी की थी।
इस दौरान पुलिस ने:
- 24 किलोग्राम डोडा चूरा जब्त किया
- आरोपी कुलराज सिंह उर्फ अंकित सिंह (20) को पकड़ा
- मादक पदार्थ एक ट्रॉली बैग में छिपाकर रखा गया था
🔍 भागीरथ पाटीदार का नाम कैसे आया सामने?
पुलिस अधीक्षक विनीत कुमार बंसल के निर्देशन में हथुनिया थानाधिकारी इंद्रजीत परमार की टीम ने जब इस केस की गहराई से जांच शुरू की, तो तकनीकी साक्ष्य और मुखबिरों से मिली सूचना के आधार पर भागीरथ पाटीदार (38) का नाम उजागर हुआ।
- भागीरथ, प्रतापगढ़ जिले के रठांजना थाना क्षेत्र के पिल्लु गांव का निवासी है
- आरोपी लगातार फरार चल रहा था और अपना ठिकाना बदलता रहा
👮♂️ कैसे हुई गिरफ्तारी?
पुलिस टीम ने साइबर टेक्नोलॉजी और नेटवर्क इनफॉर्मेशन की मदद से आरोपी की लोकेशन ट्रेस की।
यह कार्रवाई अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक परबत सिंह और उप अधीक्षक गजेंद्र सिंह राव के निर्देशन में सफलतापूर्वक अंजाम दी गई।
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⚖️ NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज
इस मामले में NDPS Act की धारा 8/15 और 29 के तहत केस दर्ज किया गया है।
👉 पुलिस अब आरोपी से पूछताछ कर रही है ताकि इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों और तस्करी के रास्तों का खुलासा हो सके।
🧠 मादक पदार्थ तस्करी का बढ़ता खतरा
राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्रों में डोडा चूरा, अफीम और अन्य मादक पदार्थों की तस्करी एक गंभीर चुनौती बनती जा रही है।
इसमें कई युवा भी शामिल हो रहे हैं, जिन्हें लालच देकर इस अवैध धंधे में घसीटा जाता है।
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👁️🗨️ पुलिस का अगला कदम
भागीरथ पाटीदार से पूछताछ के दौरान निम्न जानकारियाँ जुटाने की कोशिश की जा रही है:
- मादक पदार्थों की सप्लाई चेन
- निजी वाहनों और बसों के इस्तेमाल की जानकारी
- किन राज्यों और शहरों तक डिलीवरी नेटवर्क फैला हुआ है
- क्या कोई राजनीतिक या संगठित गिरोह भी शामिल है?
🧠 जनजागरूकता ज़रूरी
इस तरह के मामलों से ये स्पष्ट होता है कि आम लोगों को भी सतर्क और जागरूक रहने की जरूरत है। यदि किसी को भी इस प्रकार की गतिविधियों की जानकारी मिले तो तत्काल पुलिस को सूचना दें।
✍️ निष्कर्ष
प्रतापगढ़ पुलिस की इस कार्रवाई से एक बड़े तस्करी रैकेट के खुलासे की संभावनाएं बढ़ गई हैं।
👉 पुलिस की इस सतर्कता और सटीक रणनीति की सराहना की जानी चाहिए।