राजस्थान सरकार के देवस्थान विभाग ने कड़ा कदम उठाते हुए श्रीसांवलिया जी मंदिर के अध्यक्ष भैरूलाल गुर्जर को उनके पद से कार्यमुक्त कर दिया है।
#ShriSanwaliyaJi #TempleManagement #RajasthanNews
लंबे समय से चली आ रही थीं शिकायतें
शासन उप सचिव आलोक कुमार सैनी द्वारा जारी आदेश के अनुसार, भैरूलाल गुर्जर के खिलाफ काफी समय से अनियमितताओं की शिकायतें मिल रही थीं।
जांच में यह आरोप सही पाए गए।
#RajasthanGovernment #DevasthanDepartment
कार्यकाल खत्म, लेकिन पद पर बने रहे
भैरूलाल गुर्जर को 28 फरवरी 2022 को पिछली कांग्रेस सरकार ने अध्यक्ष पद पर नियुक्त किया था।
उनका कार्यकाल 28 फरवरी 2025 तक निर्धारित था, लेकिन नए बोर्ड के गठन में देरी के कारण वे पद पर बने हुए थे।
#PoliticalUpdates #TempleAffairs
अनियमितताएं सामने आईं
जांच में यह तथ्य सामने आए कि:
- भैरूलाल गुर्जर ने नियमों के विरुद्ध मानदेय स्वीकार किया।
- मंदिर परिसर में रोड निर्माण कार्य में अनियमितताएं हुईं।
- दुकानों के अलॉटमेंट में भी गड़बड़ी पाई गई।
#TempleIrregularities #SanwaliyaJiMandir #Transparency
कारण बताओ नोटिस का असंतोषजनक जवाब
इन गंभीर मामलों को देखते हुए शासन ने गुर्जर को कारण बताओ नोटिस जारी किया था।
हालांकि, उनके द्वारा दिया गया जवाब विभाग को संतोषजनक नहीं लगा, जिसके चलते कार्यमुक्त करने का निर्णय लिया गया।
#Accountability #AdministrativeAction
श्रीसांवलिया जी मंदिर का महत्व
श्रीसांवलिया जी मंदिर, राजस्थान का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है जहां हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं।
मंदिर की गरिमा और श्रद्धालुओं की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए सरकार ने यह कठोर कदम उठाया।
#FaithAndDevotion #SanwaliyaJiTemple
भविष्य में होगी सख्त निगरानी
शासन ने संकेत दिया है कि:
- मंदिर प्रबंधन से जुड़े सभी कार्यों की गहन निगरानी की जाएगी।
- भविष्य में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जाएगी।
#Governance #TempleManagementReform

निष्कर्ष
श्रीसांवलिया जी मंदिर प्रकरण ने यह स्पष्ट कर दिया है कि धार्मिक स्थलों के प्रबंधन में पारदर्शिता और नियमबद्धता अत्यंत आवश्यक है।
सरकार का यह कदम अन्य धार्मिक संस्थानों के लिए भी एक सख्त संदेश है।
👉 लेटेस्ट अपडेट्स के लिए हमारे व्हाट्सएप चैनल पर फॉलो करें
#FollowOnWhatsapp #MewarMalwaUpdates