संवाददाता: कमलेश यादव
छोटी सादड़ी नगर में विभिन्न धर्मों के वरिष्ठ नागरिकों ने सामूहिक रूप से उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में नगरवासियों ने लंबे समय से क्षतिग्रस्त पड़े श्मशान घाट के विश्राम स्थल के पुनर्निर्माण की मांग रखी। समाज के लोगों का कहना है कि यह स्थल कई पीढ़ियों से धार्मिक और सामाजिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रहा है, लेकिन बीते समय में कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा इसे क्षतिग्रस्त कर दिया गया था।
विश्राम स्थल के निर्माण में आ रही बाधाएँ
ज्ञापन में बताया गया कि नगर पालिका द्वारा अब तक तीन बार इस स्थल के निर्माण के लिए कॉन्ट्रैक्ट दिया गया, लेकिन हर बार निर्माण कार्य अटक गया। स्थानीय विवादों के चलते जिनके घर श्मशान घाट के समीप हैं, वे इसका विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि विश्राम स्थल उनके घर की दहलीज पर होगा तो उन्हें समस्या होगी।
धार्मिक दृष्टिकोण से महत्व
सभी धर्मावलंबियों का कहना है कि धर्म के अनुसार विश्राम स्थल श्मशान से कुछ दूरी पर ही होना चाहिए। यह परंपरा नगर में बड़े बुजुर्गों के समय से चली आ रही है। इसलिए यह स्थान न केवल धार्मिक दृष्टि से बल्कि सामाजिक आस्था का भी केंद्र है। समाज के सेवकों ने इस स्थल के शीघ्र निर्माण की मांग की ताकि नगरवासियों को अंतिम संस्कार के समय होने वाली असुविधाओं से निजात मिल सके।
ज्ञापन सौंपते समय उपस्थित गणमान्य
ज्ञापन सौंपने के दौरान अनेक गणमान्य नागरिक एवं सामाजिक संगठन के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। इनमें प्रमुख रूप से विश्व हिंदू परिषद के गोपाल शर्मा,बजरंग दल के अध्यक्ष गौरव नागदा, समरसता प्रमुख कमलेश यादव, पार्षद पुरुषोत्तम उपाध्याय, टीटू शर्मा, अशोक कुमार माली, अजय शर्मा, छगनलाल तेली, ललित जी, अंबालाल जी, रमेश मीणा, पूरणमल रैगर, प्रेमचंद साहू, चेतन साहू सहित अन्य लोग शामिल थे।
आयोजन का संयोजन
पूरे ज्ञापन कार्यक्रम का संयोजन पुरुषोत्तम उपाध्याय और बजरंग दल प्रखंड पालक विजय माली द्वारा किया गया। समाज के वरिष्ठ नागरिकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने एक स्वर में यह आग्रह किया कि नगर की आस्था और सुविधा से जुड़ा यह कार्य प्रशासन द्वारा शीघ्र पूरा कराया जाए।