चित्तौड़गढ़ जिले में 5 जून से ‘वंदे गंगा’ जल संरक्षण जन अभियान की शुरुआत हो गई है। विश्व पर्यावरण दिवस और गंगा दशहरा के शुभ संयोग पर प्रारंभ हुआ यह अभियान जल संरक्षण और हरियाली बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
🌊 ‘वंदे गंगा’ जन अभियान की चित्तौड़गढ़ से शुरुआत, जल संरक्षण बना जन आंदोलन
चित्तौड़गढ़, 5 जून 2025 – जल संकट और घटते भूजल स्तर को देखते हुए राजस्थान सरकार द्वारा शुरू किए गए ‘वंदे गंगा’ जल संरक्षण जन अभियान की शुरुआत आज चित्तौड़गढ़ जिले में हुई।
इस अभियान को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पहल पर विश्व पर्यावरण दिवस और गंगा दशहरा के पावन अवसर पर प्रारंभ किया गया।
📌 स्रोत: Mewar Malwa
🪔 कलश यात्रा से हुआ शुभारंभ
- अभियान की शुरुआत कालिका माता मंदिर से हुई, जहां महिलाओं ने जल से भरे कलश सिर पर रखकर पैदल यात्रा निकाली।
- यह यात्रा फत्ता तालाब तक गई, जहां तालाब की सफाई और जल पूजन किया गया।
- इसके बाद जल संरक्षण का सामूहिक संकल्प लिया गया।
👥 प्रमुख अतिथियों की मौजूदगी
नाम | पद |
---|---|
डॉ. मंजू बाघमार | महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री, जिले की प्रभारी मंत्री |
चंद्रभान सिंह आक्या | विधायक, चित्तौड़गढ़ |
सुरेश धाकड़ | विधायक, बेगूं |
आलोक रंजन | जिला कलेक्टर |
रोहित गुप्ता | प्रभारी सचिव |
💧 जल संरक्षण: सामूहिक जिम्मेदारी
प्रभारी मंत्री डॉ. मंजू बाघमार ने कहा कि:
“जल संरक्षण केवल सरकारी योजना नहीं, बल्कि जन आंदोलन बनना चाहिए। हमें बावड़ियों, तालाबों और कुओं जैसे पारंपरिक जल स्रोतों को पुनर्जीवित करना होगा।”
उन्होंने यह भी कहा कि अगर जल स्रोतों का संरक्षण नहीं हुआ, तो सरकार की ‘हर घर जल’ योजना ज्यादा दिनों तक टिक नहीं पाएगी।
📅 पहले दिन हुए कई कार्यक्रम
5 जून को जिलेभर में अनेक गतिविधियां हुईं, जिनमें शामिल हैं:
- 🌿 तुलसी पौध वितरण और पौधरोपण की तैयारी
- 🧹 नर्सरियों और जल स्रोतों की सफाई
- 🚫 प्लास्टिक उपयोग पर शपथ
- 🤝 ‘कर्मभूमि से मातृभूमि’ अभियान के अंतर्गत प्रवासियों से संवाद
- 🔨 स्रोतों की मरम्मत और श्रमदान
- 🌊 नदियों, बांधों और सरोवरों का पूजन
🏞️ जल स्रोतों का होगा कायाकल्प
जिला कलेक्टर आलोक रंजन ने बताया:
- चित्तौड़ किला, शहर और आसपास के क्षेत्रों के पारंपरिक जल स्रोतों की सफाई व मरम्मत की जाएगी।
- गंभीरी और बेड़च नदियों की सफाई एक दीर्घकालिक योजना के तहत होगी।
- संगम महादेव क्षेत्र में घाट और गंभीरी नदी किनारे चौपाटी का विकास होगा।
🌱 चारागाह भूमि पर हरियाली बढ़ेगी
- जिले की गौचर (चारागाह) जमीनों से अवैध कब्जे हटाए जा रहे हैं।
- वहां पौधरोपण कर हरियाली और जल संतुलन बढ़ाने की योजना है।
🏫 स्कूलों में वर्षा जल संग्रहण प्रणाली होगी सशक्त
- जिले के 384 स्कूलों में बनी रेन वाटर हार्वेस्टिंग संरचनाओं की मरम्मत की जाएगी।
- इससे बारिश का पानी संरक्षित कर भूजल स्तर बढ़ाया जा सकेगा।
- NRI और प्रवासी नागरिकों को स्कूलों के माध्यम से इस अभियान से जोड़ा जा रहा है।
🏢 CSR फंड से आएगा सहयोग
- जिले में कार्यरत उद्योगों से CSR (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) के अंतर्गत सहयोग लेकर जल संरक्षण व पौधारोपण कार्यों को गति दी जाएगी।
🎯 16 लाख पौधों का लक्ष्य
- प्रभारी सचिव रोहित गुप्ता ने बताया कि जिले में 16 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य है।
- विधायक चंद्रभान सिंह आक्या ने कहा कि प्रदेशभर में 10 करोड़ पौधे लगाने का संकल्प लिया गया है।

🌳 लव कुश वाटिका का शुभारंभ
- मोहर मगरी में वन विभाग द्वारा विकसित लव कुश वाटिका का वर्चुअल उद्घाटन मुख्यमंत्री द्वारा किया गया।
- मौके पर बरगद का पौधा लगाकर अभियान की शुरुआत की गई।
🙏 जन सहभागिता ही सफलता की कुंजी
अभियान केवल सरकारी स्तर पर नहीं बल्कि हर व्यक्ति की भागीदारी से सफल हो सकता है।
यदि गांव-गांव में लोग पानी की एक-एक बूंद का मूल्य समझें, तो जल संकट से उबरना संभव है।
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