रतलाम

रतलाम में हेड कॉन्स्टेबल की निर्मम हत्या: प्रेम प्रसंग बना जानलेवा, तीन आरोपी गिरफ्तार

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रतलाम, मध्यप्रदेश: जिले के रिंगनोद थाना क्षेत्र में सोमवार सुबह एक हेड कॉन्स्टेबल की बेरहमी से हत्या कर दी गई। हत्या का यह मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा बताया जा रहा है। हेड कॉन्स्टेबल गुलाब सिंह पवार, जो कि उज्जैन की 32वीं बटालियन में तैनात थे, की हत्या पत्थर और लाठी से पीट-पीटकर कर दी गई।

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घटना का पूरा घटनाक्रम

5 अप्रैल को गुलाब सिंह छुट्टी लेकर अपने गांव मोरिया (तहसील तराना, जिला उज्जैन) आए थे। 7 अप्रैल की रात को वे खेत पर जाने की बात कहकर घर से निकले, लेकिन वापस नहीं लौटे। सोमवार सुबह रुकानिया डैम क्षेत्र में तीन युवक उनकी लाश को ठिकाने लगाने की कोशिश कर रहे थे, तभी चौकीदार ने उन्हें देख लिया।

कार की स्टीयरिंग फेल, खुल गया राज़

हत्या के बाद आरोपी गुलाब सिंह की ही कार में शव लेकर निकले थे। लेकिन कार की स्टीयरिंग फेल हो गई, जिससे उन्हें कार से उतरकर भागना पड़ा। इस दौरान स्थानीय ग्रामीणों को शक हुआ और जब उन्होंने कार की तलाशी ली तो शव बरामद हुआ। इसके बाद तुरंत पुलिस को सूचना दी गई।

तीन आरोपी गिरफ्तार

पुलिस ने मौके से अजय मोगिया, लखन मोगिया और कमल मोगिया नाम के तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। तीनों आरोपी डाबड़ा थाना क्षेत्र के निवासी हैं। पुलिस अधीक्षक अमित कुमार के अनुसार, हत्या में प्रयुक्त कार गुलाब सिंह की ही थी और तीनों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

क्यों की गई हत्या?

पुलिस जांच में सामने आया कि मृतक गुलाब सिंह एक आरोपी की पत्नी पर बुरी नजर रखता था और गलत टिप्पणी करता था। इसी बात को लेकर विवाद हुआ और तीनों आरोपियों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी।

जावरा एसडीओपी संतोष मालवीय ने बताया कि मृतक और एक आरोपी की मुलाकात देवास में हुई थी और वहीं से आपसी संबंध बने थे। महिला के पति ने गुस्से में आकर अपने दो साथियों के साथ यह घातक कदम उठाया।

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ग्रामीणों ने पकड़ा, पुलिस को सौंपा

हत्या के बाद जब आरोपी भाग रहे थे, तब ग्रामीणों ने उन्हें दौड़ते हुए पकड़ लिया। वे हाथ जोड़कर माफी मांगने लगे। लेकिन जब ग्रामीणों ने कार की तलाशी ली तो अंदर शव मिला और पूरे मामले का खुलासा हुआ।

पुलिस पर दबाव, ग्रामीणों का गुस्सा

जब पुलिस तीनों आरोपियों को लेकर जाने लगी, तो ग्रामीणों ने उन्हें सौंपने की मांग करते हुए जीप को घेर लिया। एसआई शिवेंद्र दुबे ने जीप के बोनट पर बैठकर ग्रामीणों को समझाया और सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया, तब जाकर मामला शांत हुआ।

क्या है अगला कदम?

पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त लाठियां, पत्थर और अन्य सबूत इकट्ठे कर लिए हैं। एफएसएल टीम घटनास्थल पर पहुंच चुकी है और जांच जारी है। आरोपियों के खिलाफ IPC की धारा 302, 201 समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया है।


निष्कर्ष

रतलाम की यह दिल दहला देने वाली वारदात समाज में बढ़ते असहनशीलता और निजी विवादों के खतरनाक मोड़ की ओर इशारा करती है। इस मामले से यह स्पष्ट होता है कि निजी रिश्तों में छोटी सी बात भी घातक अंजाम ले सकती है।


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