चित्तौड़गढ़

ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर का बड़ा एक्शन: लापरवाह कंपनी को टर्मिनेट, बिजली योजनाओं में तेजी के निर्देश

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चित्तौड़गढ़, राजस्थान: राज्य के ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने रविवार को चित्तौड़गढ़ जिले का दौरा करते हुए ऊर्जा विभाग और जनप्रतिनिधियों के साथ एक अहम समीक्षा बैठक की। इस बैठक में RDSS (Revamped Distribution Sector Scheme) के अंतर्गत चल रहे कार्यों की स्थिति पर विशेष चर्चा हुई। मंत्री नागर ने योजना की धीमी प्रगति और कंपनी की लापरवाही पर कड़ा रुख अपनाया और कार्यरत कंपनी धनलक्ष्मी इंटरप्राइजेज को तत्काल प्रभाव से टर्मिनेट करने का आदेश दिया।


📌 क्या है RDSS योजना?

RDSS (Revamped Distribution Sector Scheme) भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है जिसका उद्देश्य बिजली वितरण को मजबूती देना, ट्रांसफॉर्मरों की क्षमता बढ़ाना, और ग्रामीण क्षेत्रों में 24 घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करना है।
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🚨 मंत्री ने जताई सख्त नाराजगी, मात्र 4% हुई फिजिकल प्रगति

ऊर्जा मंत्री ने कहा:

“RDSS जैसी महत्वपूर्ण योजना की प्रगति बेहद निराशाजनक है। अब तक मात्र 4% फिजिकल प्रगति हुई है, जबकि कार्यों की संख्या काफी अधिक थी।”

इस योजना के तहत:

  • 9 नई GSS (Grid Substations) की स्थापना
  • ट्रांसफार्मर की क्षमता में वृद्धि
  • नए फीडरों की स्थापना
    जैसे कई महत्वपूर्ण कार्य निर्धारित थे। लेकिन अभी तक एक भी GSS शुरू नहीं हो पाई है।

🚫 टर्मिनेशन और नए टेंडर के आदेश

ऊर्जा मंत्री ने स्पष्ट किया कि:

“जिन कंपनियों को डेढ़-दो साल पहले टेंडर मिला था और अब तक उन्होंने कार्य शुरू नहीं किया, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”

उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि:

  • लापरवाह कंपनी को टर्मिनेट किया जाए
  • तुरंत नया टेंडर जारी हो
  • वर्क लिस्ट और कोस्ट के अनुसार नई एजेंसी को जिम्मेदारी दी जाए

🌾 गांवों में बिजली संकट को लेकर भी सख्त रुख

🔄 फीडर सेपरेशन कार्य में तेजी के निर्देश

ऊर्जा मंत्री ने ग्रामीण इलाकों की बिजली समस्याओं पर चिंता जताई। उन्होंने कहा:

  • कई गांवों में ओवरलोड ट्रांसफॉर्मर हैं
  • डोमेस्टिक सप्लाई में बाधा आ रही है
  • सिंगल फेस फीडर की आवश्यकता वाले क्षेत्रों में 24×7 बिजली सुनिश्चित की जाए

उन्होंने यह भी कहा कि किसानों को समय पर बिजली मिले, इसके लिए:

  • सभी एग्रीकल्चर कनेक्शन जून-जुलाई तक पूरे कर लिए जाएं
  • जिन किसानों ने डिमांड नोटिस दे रखा है, उन्हें प्राथमिकता दी जाए

🧑‍💼 विभागीय लापरवाही पर सख्त चेतावनी

ऊर्जा मंत्री नागर ने कहा कि:

“विभाग की निष्क्रियता भी उतनी ही गंभीर है जितनी कंपनी की। अब लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”

उन्होंने अधिकारियों से कहा कि:

  • सभी योजनाओं को समयबद्ध तरीके से पूरा करें
  • शहर और गांव दोनों में गुणवत्ता पूर्ण और निर्बाध बिजली आपूर्ति हो

🗣️ जनप्रतिनिधियों ने रखीं क्षेत्रीय समस्याएं

बैठक में मौजूद रहे:

  • चित्तौड़गढ़ सांसद सी.पी. जोशी
  • चित्तौड़गढ़ विधायक चंद्रभान सिंह आक्या
  • बेगूं विधायक सुरेश धाकड़
  • कपासन विधायक अर्जुनलाल जीनगर

जनप्रतिनिधियों ने बताया कि:

  • कई क्षेत्रों में बार-बार ट्रांसफॉर्मर जल जाते हैं
  • बिजली कटौती की समस्या आम हो गई है
  • कई गांव आज भी अघोषित कटौती का सामना कर रहे हैं

ऊर्जा मंत्री ने विभाग को सभी समस्याओं का समयबद्ध समाधान देने के निर्देश दिए।


👷‍♂️ वरिष्ठ अधिकारी भी रहे उपस्थित

इस समीक्षा बैठक में कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे, जिनमें शामिल हैं:

  • बिजली विभाग के एमडी के. पी. वर्मा
  • मुख्य अभियंता इंद्रराज मीणा
  • एसई रामसिंह यादव
    इन अधिकारियों ने मंत्री को जमीनी हालात और योजनाओं की प्रगति से अवगत कराया।

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🔖 निष्कर्ष

चित्तौड़गढ़ दौरे के दौरान ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने साफ कर दिया कि बिजली योजनाओं में अब किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं चलेगी। चाहे वह कंपनी हो या अधिकारी, जवाबदेही तय की जाएगी और समय पर काम ना करने वालों को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। इससे स्पष्ट है कि सरकार गुणवत्ता पूर्ण बिजली व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कठोर कदम उठाने को तैयार है।



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