रतलाम

रतलाम पहुंचे बागेश्वर धाम सरकार : धीरेंद्र शास्त्री ने हिंदू राष्ट्र की हुंकार भरी, बच्ची को दिए 500 रुपए

Listen to this article

📍 पहली बार रतलाम पहुंचे पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री

बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बुधवार को पहली बार रतलाम पहुंचे। जैसे ही उनका आगमन हुआ, बंजली हवाई पट्टी पर जनसैलाब उमड़ पड़ा। शास्त्री जी की एक झलक पाने के लिए भारी भीड़ जुटी थी, जिसमें एक दादी अपनी पोती को लेकर आई थीं। शास्त्री जी ने उस बच्ची को देखकर अपने पास बुलाया, नाम पूछा और उसे अपने झोले से 500 रुपए देकर आशीर्वाद दिया।

🔗 ऐसे और प्रेरणादायक अपडेट्स के लिए देखें – Mewar Malwa


💬 दादी बोलीं – “आज दुनियाभर की दौलत मिल गई”

बच्ची की दादी प्रतिभा बैरागी ने कहा कि पोती ने घर से सोचकर निकला था कि गुरुदेव के दर्शन होंगे। बच्ची की यह इच्छा तो पूरी हुई ही, साथ ही शास्त्री जी ने उन्हें 500 रुपए देकर आशीर्वाद भी दिया।

भीड़ इतनी ज्यादा थी कि कुछ महिलाएं धक्का-मुक्की में गिर भी गईं, हालांकि किसी को चोट नहीं आई।


🕉️ हिंदू राष्ट्र की मांग और पैदल यात्रा की घोषणा

रतलाम में दिव्य आशीर्वचन के दौरान शास्त्री जी ने एलान किया कि:

“हम नवंबर में दिल्ली से वृंदावन तक 140 किलोमीटर की पैदल यात्रा करेंगे। यह यात्रा हिंदू राष्ट्र की मांग और छुआछूत मिटाने के उद्देश्य से निकाली जाएगी।”

उन्होंने आगे कहा:

“हिंदू राष्ट्र की शुरुआत रतलाम से हो सकती है।”


🔥 “हर व्यक्ति हिंदू है, चाहे कन्वर्टेड क्यों न हो”

पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने देश में जुलूसों पर हो रही पत्थरबाजी पर भी तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा:

“जो इस देश में रहता है, वह हिंदू है। मुस्लिम भी हिंदू है, जो कन्वर्टेड है। यह पत्थरबाजी हिंदुओं को डराने की साजिश है। लेकिन हिंदू डरेगा नहीं, झुकेगा नहीं।”


⚠️ जैन संतों पर हमले की निंदा

नीमच में जैन संतों पर हुए हमले की निंदा करते हुए उन्होंने कहा:

“संतों पर हमला देश का दुर्भाग्य है। पत्थर अगर फेंकना ही है तो देशद्रोहियों पर फेंको। संतों को सुरक्षा देना हर सरकार की जिम्मेदारी है।”


👨‍👩‍👧‍👦 बच्चों को बनाओ कट्टर हिंदू

धीरेंद्र शास्त्री ने कहा:

“बच्चों को डॉक्टर, कलेक्टर, एसपी बनाओ… लेकिन कट्टर हिंदू भी बनाओ। मुसलमानों और ईसाइयों से सीखो जो अपने धार्मिक रीति-रिवाज नहीं छोड़ते, तो फिर हम मंदिरों से दूर क्यों हैं?

उन्होंने ज़ोर देते हुए कहा कि पूजा-पाठ और तिलक हमारी पहचान हैं जिन्हें हमें नहीं छोड़ना चाहिए।


📣 “कायदे में रहोगे तो फायदे में रहोगे”

शास्त्री जी ने दो टूक कहा:

“हमें किसी के रंग या धर्म से दिक्कत नहीं। लेकिन अगर पाकिस्तान बनाने की कोशिश हुई, तो गठरी और ठठरी बांध दी जाएगी।”

“जो इस देश में रहकर राम का नहीं होगा, उसकी भी लंका लगेगी।”


🙌 निष्कर्ष: हिंदू चेतना का उद्घोष

पंडित धीरेंद्र शास्त्री की रतलाम यात्रा केवल एक धार्मिक दौरा नहीं था, बल्कि यह एक हिंदू चेतना का उद्घोष बन गई। चाहे वो एक बच्ची को दिया गया 500 रुपए का स्नेह हो, या हिंदू राष्ट्र की पैदल यात्रा की घोषणा — हर पल में सनातन संस्कृति की आवाज गूंज रही थी।


🔗 और पढ़ें:


#BageshwarDham #DhirendraShastri #RatlamVisit #HinduRashtra #SanatanDharma #IndiaNews #SantSammelan #BabaBageshwar