मानसून की बरसात के बाद नदी-नाले में पानी का ताजा आवक जारी
राजसमंद (राजस्थान) — मानसून की बारिश के बाद राजसमंद जिले में नदी और नालों में पानी का आवक लगातार बना हुआ है। जिले के 25 प्रमुख बांधों में से बाघेरी नाका, नंदसमंद, चिकलवास समेत कुल 8 बांध पूरी तरह लबालब हो चुके हैं। बनास और गोमती नदियों में भी पानी का बहाव तेज़ है।
राजसमंद झील: जिले का जलाशय और जीवनदायिनी स्रोत
राजसमंद झील, जो जिला मुख्यालय की जीवनरेखा है, इस समय पानी से भरी हुई है। यह झील न केवल शहर के लिए पेयजल आपूर्ति का प्रमुख स्रोत है, बल्कि आसपास के 42 गांवों के किसानों को सिंचाई के लिए भी जल प्रदान करती है।
जलस्तर में वृद्धि: अब तक 17 फीट पार, 22-25 फीट तक की संभावना
जल संसाधन विभाग के अधिशाषी अभियंता मानसिंह मीना ने बताया कि इस साल 15 जून से अब तक झील में लगभग ढाई फीट पानी की आवक हुई है, जिससे झील का जलस्तर अब 17 फीट के ऊपर पहुंच गया है। जबकि झील का कुल गेज 30 फीट और भराव क्षमता 3786 एमसीएफटी है।
स्थानीय जल संरक्षण कार्यकर्ता दिनेश श्रीमाली के अनुसार, यदि खारी फीडर और गौमती नदी से पानी की आवक जारी रही, तो झील का जलस्तर 22 से 25 फीट तक पहुंच सकता है।
जल उपलब्धता से दो वर्षों तक पानी की चिंता समाप्त
इस जलस्तर के आधार पर अनुमान लगाया जा रहा है कि आगामी दो सालों तक राजसमंद जिले में पेयजल और सिंचाई की पर्याप्त आपूर्ति बनी रहेगी। यह मानसून की बारिश किसानों और आम जनता के लिए एक बड़ी राहत साबित होगी।
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राजसमंद जिले के प्रमुख जल संसाधन
- 25 प्रमुख बांध
- 8 बांध वर्तमान में पूर्ण भराव
- बनास व गोमती नदियों में तीव्र जल प्रवाह
- नंदसमंद बांध से खारी फीडर के माध्यम से राजसमंद झील में जल आवक
जल संरक्षण के लिए स्थानीय प्रयास
राजसमंद में जल संरक्षण को लेकर स्थानीय लोग सक्रिय हैं। जल स्तर बढ़ने से उनकी चिंता कम हुई है, लेकिन वे भविष्य में जल संरक्षण के लिए सतत प्रयास कर रहे हैं। जलाशयों की नियमित सफाई और फीडर नालों की मरम्मत पर भी ध्यान दिया जा रहा है।
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