👉 Follow On WhatsApp – हमारे व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें
मंदसौर की माटी एक बार फिर गौरवान्वित हुई है!
जनता कॉलोनी निवासी युगांश भटनागर ने UPSC परीक्षा 2025 में 307वीं रैंक प्राप्त कर पूरे शहर और परिवार का नाम रोशन किया है। यह उपलब्धि इसलिए और भी खास है क्योंकि यह उनका पांचवां प्रयास था, और इससे पहले चार बार असफलता का सामना करने के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी।
✨ संघर्ष और सफलता की प्रेरक कहानी
युगांश भटनागर, जिनकी उम्र 28 वर्ष है, ने IIT गुवाहाटी से बीटेक किया है। उनका सपना था कि वे UPSC परीक्षा पास कर देश सेवा में अपना योगदान दें।
2020 और 2021 में वे प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) में असफल रहे, जबकि 2022 और 2023 में मुख्य परीक्षा (Mains) में सफलता नहीं मिली। लेकिन 2025 में पांचवीं बार में उन्होंने इतिहास रच दिया।
👉 यह भी पढ़ें: मंदसौर की खबरें – MeWar Malwa पर
🕯️ मां का सपना बना प्रेरणा
युगांश के लिए यह उपलब्धि भावनात्मक भी रही, क्योंकि उनकी माताजी का 2020 में निधन हो गया था। उन्होंने बताया कि उनकी मां का सपना था कि वे एक दिन UPSC पास करें।
आज जब युगांश ने वह सपना साकार किया, तो उन्होंने अपनी मां को याद करते हुए कहा –
“आज वे हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी प्रेरणा हमेशा मेरे साथ रही।”
🎉 परिवार में जश्न का माहौल
UPSC रिजल्ट आते ही पूरे परिवार ने मिठाई खिलाकर खुशी मनाई।
युगांश के पिता नरेंद्र भटनागर, जो मंदसौर में सहायक पेंशन अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं, बेटे की इस ऐतिहासिक सफलता से अभिभूत हैं।
📚 सेल्फ स्टडी और कोचिंग का संयोजन
युगांश ने अपने इंटरव्यू में बताया कि उन्होंने सेल्फ स्टडी के साथ-साथ प्राइवेट कोचिंग की मदद भी ली।
उनका मानना है कि –
“UPSC जैसी परीक्षा में धैर्य, निरंतरता और आत्मविश्लेषण सबसे जरूरी हैं।”

#UPSC2025 #UPSCJourney #SuccessStory #MandsaurTopper #IITtoIAS #YuganshBhatnagar #UPSCMotivation
📢 निष्कर्ष
युगांश भटनागर की यह यात्रा न केवल UPSC उम्मीदवारों के लिए बल्कि हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणा है जो बार-बार असफलताओं से हार मान जाता है। उनकी कहानी हमें सिखाती है कि अगर इरादे मजबूत हों, तो मंज़िल जरूर मिलती है।
👉 और ऐसे प्रेरणादायक लेखों के लिए पढ़ते रहें – MeWar Malwa
📱 हमें WhatsApp पर फॉलो करें – Click to Join