उदयपुर और जोधपुर के प्रमुख मेडिकल कॉलेजों में 1150 से ज्यादा रेजिडेंट डॉक्टर्स हड़ताल पर चले गए हैं, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गई हैं। ओपीडी से लेकर ऑपरेशन तक, मरीजों को घंटों लाइन में लगने के बाद भी इलाज नहीं मिल पा रहा।
👉 राजस्थान की हेल्थ और लोकल न्यूज़ के लिए क्लिक करें
🔹 क्यों भड़के रेजिडेंट डॉक्टर्स?
▶ उदयपुर में डॉक्टर की मौत से नाराज़गी
उदयपुर के रवीन्द्रनाथ टैगोर (RNT) मेडिकल कॉलेज में बुधवार देर रात करंट लगने से रेजिडेंट डॉक्टर रवि शर्मा की मौत हो गई। वे हॉस्टल के कॉरिडोर में वाटर कूलर से पानी भर रहे थे तभी हादसा हुआ।
इस घटना से नाराज 600 रेजिडेंट डॉक्टर्स ने गुरुवार से पूरी तरह कार्य बहिष्कार कर दिया है। इनकी मांग है कि कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. विपिन माथुर इस्तीफा दें, क्योंकि यह लापरवाही कॉलेज प्रशासन की जिम्मेदारी है।
▶ जोधपुर में सुसाइड मामला गरमाया
जोधपुर मथुरादास माथुर हॉस्पिटल के रेजिडेंट डॉक्टर डॉ. राकेश विश्नोई (30) की सात दिन पहले आत्महत्या के बाद अब 550 डॉक्टर्स हड़ताल पर उतर आए हैं। ये डॉक्टर्स इमरजेंसी सेवाएं छोड़कर सभी विभागों में काम का बहिष्कार कर चुके हैं।
🔹 मरीजों की परेशानी का कोई अंत नहीं
एमबी हॉस्पिटल उदयपुर और एसएन मेडिकल कॉलेज जोधपुर में मरीजों की लंबी लाइनें देखने को मिल रही हैं।
दक्ष मूलचंदानी, जो कोविड मरीज हैं, ने बताया:
“एक्स-रे रिपोर्ट दिखाने डॉक्टर के पास आया था, लेकिन 2 घंटे से ज्यादा लाइन में लगने के बाद भी नंबर नहीं आया।”
विनिता मखीजा ने कहा:
“पिता जी को दिखाने सुबह 11 बजे लाइन में लगे, लेकिन 1 बजे तक नंबर ही नहीं आया।”
🔹 टाले गए ऑपरेशन, सीमित फैकल्टी
एमबी हॉस्पिटल सहित जुड़े अस्पतालों में कुछ ऑपरेशन टाले जा चुके हैं। प्रशासन ने करीब 150 फैकल्टी डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई है, लेकिन भारी भीड़ के कारण वे भी व्यवस्था नहीं संभाल पा रहे।
🔹 कोटा मेडिकल कॉलेज का समर्थन
कोटा के एमबीएस, जेकेलोन, एसएसबी, और न्यू मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल सहित अन्य संस्थानों के रेजिडेंट डॉक्टर्स ने काली पट्टी बांधकर विरोध जताया है।
🔹 प्रशासन क्या कह रहा है?
डॉ. गणपत चौधरी, डिप्टी सुपरिटेंडेंट, मथुरादास माथुर हॉस्पिटल ने कहा:
“रेजिडेंट डॉक्टर्स की हड़ताल के बावजूद अस्पताल में व्यवस्थाएं बनाए रखने की कोशिश की जा रही है।”
📌 राजस्थान की ताज़ा मेडिकल खबरें और अपडेट्स यहां पढ़ें

✅ निष्कर्ष
राजस्थान के मेडिकल कॉलेजों में चल रही रेजिडेंट डॉक्टर्स की हड़ताल ने सरकार और अस्पताल प्रशासन को सोचने पर मजबूर कर दिया है। जब तक डॉक्टर्स की मांगों को गंभीरता से नहीं लिया जाएगा, तब तक आम जनता को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
📣 सवाल उठता है — क्या मेडिकल संस्थानों में सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी जा रही है?
📲 Follow On WhatsApp:
स्वास्थ्य और शिक्षा से जुड़ी ताज़ा खबरों के लिए हमें WhatsApp पर फॉलो करें –
👉 https://whatsapp.com/channel/0029Vb9x7dwDuMRjXWdzjW1n
#ResidentDoctorsStrike #UdaipurNews #JodhpurNews #RajasthanHealthCrisis #MBHospital #RNTMedicalCollege #DoctorProtest #HealthSystemCrisis #RaviSharmaDeath #RakeshBishnoiSuicide #MedicalNegligence #HealthcareNews