प्रतापगढ़

प्रतापगढ़ में नेशनल हाईवे 56 पर ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटी: चालक की सूझबूझ से बड़ा हादसा टला

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प्रतापगढ़ में नेशनल हाईवे 56 पर ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटी: चालक की सूझबूझ से बड़ा हादसा टला

राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले में मंगलवार को नेशनल हाईवे 56 पर सिद्धपुरा मोड़ के पास एक ट्रैक्टर-ट्रॉली अनियंत्रित होकर खाई में पलट गई। हादसे में चालक की सूझबूझ से उसकी जान बच गई, हालांकि उसे मामूली चोटें आई हैं। हादसे के बाद स्थानीय प्रशासन और पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचा और ट्रैक्टर-ट्रॉली को खाई से बाहर निकालने का काम शुरू किया। यह घटना एक बार फिर सड़क सुरक्षा और परिवहन व्यवस्था पर सवाल उठाती है। मेवाड़ मालवा ने घटनास्थल से ताजातरीन जानकारी प्राप्त की है।

हादसे का विवरण

जानकारी के अनुसार, छोटा मजेसरिया निवासी दुर्गेश पुत्र रामप्रसाद डलमु मानपुरा कुएं से मिट्टी लेकर सिद्धपुरा मोड़ की ओर आ रहा था। ट्रैक्टर-ट्रॉली में भारी मिट्टी लदी थी, जिससे उसका वजन काफी अधिक हो गया था। रास्ते में सिद्धपुरा मोड़ के पास अचानक ट्रैक्टर-ट्रॉली अनियंत्रित हो गई और सड़क के किनारे खाई में पलट गई।

चालक दुर्गेश की सूझबूझ के कारण उसे बड़ी चोटें नहीं आईं। जैसे ही ट्रैक्टर पलटने लगा, उसने समय रहते ट्रैक्टर से कूदकर खुद को बचा लिया। हालांकि, उसके शरीर पर हल्की चोटें आईं। वह स्थानीय अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद ठीक महसूस कर रहा है। मेवाड़ मालवा पर इस हादसे के ताजातरीन अपडेट और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी भी उपलब्ध है।

हादसे के कारण

स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में यह पाया गया कि ट्रैक्टर की गति अधिक थी, और रास्ते की सर्पिल मोड़ पर ट्रैक्टर का नियंत्रण खो गया। ट्रैक्टर-ट्रॉली में लदी मिट्टी भी एक बड़ा कारण हो सकता है, क्योंकि अधिक वजन के कारण ट्रैक्टर का संतुलन बिगड़ गया। हालांकि, पुलिस अधिकारियों ने यह भी बताया कि वाहन के स्टेयरिंग सिस्टम की भी जांच की जा रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या तकनीकी खराबी भी इसका कारण बनी थी। मेवाड़ मालवा में अब तक की जांच रिपोर्ट का विस्तृत विश्लेषण किया गया है।

स्थानीय प्रशासन की प्रतिक्रिया

घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंचे। पुलिस ने दुर्घटना स्थल को घेर लिया और ट्रैक्टर-ट्रॉली को खाई से निकालने के लिए क्रेन और अन्य उपकरणों का इस्तेमाल किया। हादसे की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने तुरंत ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार किया और प्रभावित मार्ग पर अतिरिक्त सावधानियां बरतीं।

स्थानीय पुलिस स्टेशन के अधिकारी ने बताया कि दुर्घटना में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई और चालक की स्थिति स्थिर है। उन्होंने यह भी कहा कि यह हादसा उच्च गति और ट्रैक्टर की लोडिंग के कारण हुआ, जिससे ट्रैक्टर का संतुलन बिगड़ गया। मेवाड़ मालवा ने प्रशासन की तत्परता पर प्रतिक्रिया दी है, जिससे हादसे के बाद फौरन बचाव कार्य शुरू किया गया।

सड़क सुरक्षा पर सवाल

यह हादसा एक बार फिर सड़क सुरक्षा मानकों की आवश्यकता को उजागर करता है। नेशनल हाईवे 56 पर बढ़ते यातायात और दुर्घटनाओं के मद्देनजर प्रशासन को सड़क सुरक्षा उपायों को सख्ती से लागू करने की आवश्यकता है। साथ ही, ट्रैक्टर जैसे भारी वाहन को लेकर भी नियमों का पालन जरूरी है, ताकि इस तरह के हादसों को रोका जा सके।

सिद्धपुरा मोड़ पर पिछले कुछ वर्षों में कई बार ट्रैक्टर-ट्रॉली और अन्य भारी वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त होने की घटनाएं सामने आई हैं। यह मार्ग न केवल किसानों के लिए बल्कि व्यवसायिक ट्रांसपोर्ट के लिए भी अहम है, जिससे यह और भी जरूरी हो जाता है कि सड़क पर यात्रा करने वालों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। मेवाड़ मालवा ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया है और भविष्य में सुधार की आवश्यकता पर प्रकाश डाला है।

ग्रामीणों की प्रतिक्रिया

ग्रामीणों का कहना है कि इस मार्ग पर दुर्घटनाओं की संभावना हमेशा बनी रहती है, खासकर जब भारी वाहनों का आवागमन अधिक होता है। एक स्थानीय निवासी ने बताया, “यहां पर मोड़ बेहद खतरनाक हैं, और खासकर ट्रैक्टर जैसे भारी वाहनों को लेकर रास्ते पर गाड़ी चलाना मुश्किल हो जाता है। अगर प्रशासन ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई नहीं की, तो भविष्य में और भी हादसे हो सकते हैं।”

प्रशासनिक उपाय

स्थानीय प्रशासन ने सड़क सुरक्षा उपायों को बढ़ाने का आश्वासन दिया है। अधिकारियों का कहना है कि आगामी दिनों में इस मोड़ पर ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार लाया जाएगा और यहां की सड़कों की मरम्मत भी की जाएगी। साथ ही, ट्रैक्टर-ट्रॉली के लिए सुरक्षा नियमों की समीक्षा की जाएगी, ताकि ऐसे हादसों को रोका जा सके। मेवाड़ मालवा ने प्रशासन से अपील की है कि इस मुद्दे को सुलझाने के लिए तत्परता से कदम उठाए जाएं।

निष्कर्ष

प्रतापगढ़ जिले में हुए इस हादसे से स्पष्ट है कि ट्रैक्टरों की नियमित मेंटेनेंस और सुरक्षा मानकों का पालन आवश्यक है। स्थानीय प्रशासन और संबंधित विभागों को इस दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए ताकि भविष्य में ऐसे हादसों से बचा जा सके। साथ ही, सड़क सुरक्षा मानकों का पालन और ट्रैफिक नियमों की सख्ती से जांच की जानी चाहिए, ताकि हादसों की संख्या को कम किया जा सके। मेवाड़ मालवा पर इस मामले की आगे की जानकारी मिलती रहेगी।

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