उदयपुर (राजस्थान): राजस्थान के कुंभलगढ़ अभ्यारण्य क्षेत्र में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। सायरा थाना पुलिस ने सात बंदरों का शिकार कर उन्हें क्रूरता से मारने और उनके शवों के टुकड़े-टुकड़े करने के आरोप में आदिवासी कथोड़ी समाज के 12 लोगों को गिरफ्तार किया है।
🔍 घटनास्थल: कुंभलगढ़ अभ्यारण्य का रीछवाड़ा गांव
घटना कड़ेच ग्राम पंचायत के रीछवाड़ा गांव की है, जहाँ बंदरों को पहले लोहे के तार में फंसाया गया और फिर हाशिए जैसे धारदार हथियार से मारकर उनके शवों को काटा गया।
👉 पुलिस और वन विभाग की संयुक्त कार्रवाई में आरोपियों से:
- बंदरों के मांस से भरी पोटलियां
- शिकार में इस्तेमाल हथियार
- चार मोटरसाइकिलें बरामद की गईं।
⚠️ वन अधिकारियों पर भी हमला करने की कोशिश
घटना की जानकारी मिलते ही हायला रेंज के फॉरेस्टर तुलसीराम मेघवाल अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे।
लेकिन आरोपियों ने अधिकारियों को ही घेरकर हमला करने की कोशिश की, जिससे तनावपूर्ण स्थिति बन गई।
बाद में बोखाड़ा रेंज से अतिरिक्त फोर्स मौके पर बुलाई गई, तब जाकर हालात काबू में आए।
👮 जांच और पूछताछ
गिरफ्तार सभी आरोपी ओगणा थाना क्षेत्र के समीजा गांव के निवासी हैं।
पूछताछ में सभी ने बंदरों का शिकार करना कबूल किया है।
उनके खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
🌿 कथोड़ी समाज और वन्यजीव शिकार
कथोड़ी आदिवासी समाज, जो वर्षों से जंगलों पर निर्भर है, अब भी वन्यजीवों के शिकार से जीवनयापन कर रहा है।
हालांकि, राज्य सरकार द्वारा उन्हें विकास योजनाओं से जोड़ा जा रहा है, फिर भी इस तरह की घटनाएं जैव विविधता के लिए गंभीर खतरा बन रही हैं।
🛡️ वन विभाग की सख्त कार्रवाई
वन विभाग ने कहा:
“पूरे क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी गई है और वन्यजीवों की सुरक्षा को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। इस तरह के अपराधों पर कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी।”
📌 निष्कर्ष
यह घटना न केवल कानून व्यवस्था, बल्कि मानवीयता के स्तर पर भी चिंता का विषय है।
वन्यजीव संरक्षण केवल सरकार की नहीं, समाज की भी जिम्मेदारी है।
#UdaipurNews #MonkeyKilling #WildlifeCrime #RajasthanForestNews #KumbhalgarhSanctuary #KathoariTribe #WildlifeProtectionAct #AnimalCruelty #ForestDepartmentAction
