चित्तौड़गढ़ के नारकोटिक्स विभाग में शुक्रवार को अफीम तौल का चौथा दिन था। इस दौरान भूमि विकास बैंक के अध्यक्ष और कपासन के पूर्व विधायक बद्रीलाल जाट ने तौल केंद्र का अचानक निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों और किसानों से बातचीत की, जिसमें किसानों ने इस वर्ष शीघ्रता से 100 प्रतिशत भुगतान मिलने पर संतोष व्यक्त किया। citeturn0search1
किसानों की खुशी का कारण
किसानों ने बताया कि इस वर्ष मौसम अफीम की फसल के लिए अनुकूल रहा, जिससे उत्पादन अच्छा हुआ। साथ ही, नीमच फैक्ट्री में तेजी से परीक्षण होने के कारण दो दिनों में ही भुगतान प्राप्त हो रहा है। इससे उन्हें महीनों तक भुगतान के लिए प्रतीक्षा नहीं करनी पड़ी। citeturn0search1
तौल प्रक्रिया की जानकारी
1 अप्रैल से शुरू हुई इस तौल प्रक्रिया में पहले दिन तीनों डिवीजन के 43 गांवों से 714 किसानों ने अपनी अफीम नारकोटिक्स विभाग को सौंपी। citeturn0search0 किसानों ने सुबह 4 बजे से ही तौल केंद्रों पर पहुंचना शुरू कर दिया था, ताकि तुलाई के बाद वे अपने अन्य कार्यों में लग सकें।
अधिकारियों का निरीक्षण
दिल्ली से नारकोटिक्स के डायरेक्टर विनोद कुमार और कोटा अप नारकोटिक्स आयुक्त नरेश बुंदेल भी चित्तौड़गढ़ पहुंचे और दोनों केंद्रों पर जाकर कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि इस वर्ष अफीम की गुणवत्ता भी बेहतर है, जिससे किसानों को उचित मूल्य प्राप्त हो रहा है। citeturn0search1
सुरक्षा व्यवस्था
अफीम तौल केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। नारकोटिक्स गार्ड्स के अलावा पुलिस बल भी तैनात किया गया है। किसानों की सुविधा के लिए पेयजल और वाटर कूलर की व्यवस्था की गई है, साथ ही सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी जा रही है। citeturn0search6
अफीम की कीमत बढ़ाने की मांग
किसानों ने अफीम की वर्तमान कीमतों पर चिंता जताई है। वर्तमान में प्रति किलो 2000 से 2400 रुपये का भुगतान हो रहा है, जबकि किसानों की मांग है कि इसे बढ़ाकर कम से कम 10,000 रुपये प्रति किलो किया जाए, ताकि उनकी मेहनत का उचित मुआवजा मिल सके।

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