रतलाम से बड़ी खबर
मध्यप्रदेश के रतलाम जिले में इलाज के बहाने धर्म परिवर्तन कराने के मामले में नया खुलासा हुआ है। मुख्य आरोपी विक्रम सिंह निनामा को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया, जहां से उसका रिमांड 10 सितंबर तक बढ़ा दिया गया। अब पुलिस आरोपी के बैंक खातों और फंडिंग की जांच कर रही है।
पुलिस को संदेह है कि इस पूरे मामले के तार झाबुआ जिले से भी जुड़े हुए हैं। शुरुआती पूछताछ में सामने आया कि झाबुआ से किसी व्यक्ति ने आरोपी विक्रम को रुपए ट्रांसफर किए हैं।
धर्मांतरण की आड़ में इलाज
5 सितंबर को थाना औद्योगिक क्षेत्र अंतर्गत टैंकर रोड स्थित झोपड़ी में इलाज के बहाने धर्मांतरण की सूचना मिली थी।
- मौके से 4 लोगों को हिंदू संगठनों ने पकड़कर पुलिस के हवाले किया।
- घर से बाइबल और क्रॉस जैसी धार्मिक सामग्री बरामद हुई।
- झोपड़ी में महिलाओं और बच्चों सहित बड़ी संख्या में जनजातीय लोग मौजूद थे।
- सभी लोग यहां इलाज और प्रार्थना कराने के बहाने पहुंचे थे।
मुख्य आरोपी विक्रम सिंह निनामा घटना के समय भाग गया था, जिसे रविवार को गिरफ्तार किया गया।
कोर्ट से मिला रिमांड
रविवार को आरोपी को तीन अन्य साथियों के साथ कोर्ट में पेश किया गया था। उस समय कोर्ट ने विक्रम का एक दिन का रिमांड मंजूर किया था।
सोमवार शाम को पुलिस ने आरोपी को दोबारा कोर्ट में पेश किया। यहां से उसका रिमांड बढ़ाकर 10 सितंबर तक कर दिया गया।
जांच अधिकारी सब इंस्पेक्टर ध्यानसिंह सोलंकी के अनुसार, पुलिस अब बैंक खातों और फंडिंग के स्रोतों की जांच कर रही है।
झाबुआ से जुड़ाव की जांच
प्राथमिक पूछताछ में सामने आया है कि झाबुआ जिले के एक व्यक्ति ने विक्रम सिंह को रुपए ट्रांसफर किए थे। पुलिस अब यह पता लगा रही है कि:
- आरोपी को कितनी राशि ट्रांसफर की गई?
- पैसा किस उद्देश्य से दिया गया?
- आरोपी झाबुआ के किस चर्च से जुड़ा हुआ है?
हालांकि पुलिस ने अभी इस संबंध में खुलकर बयान नहीं दिया है।
मध्यप्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के तहत केस
इस मामले में पुलिस ने मध्यप्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम 2021 की धारा 3 और 5 के तहत केस दर्ज किया है।
- शनिवार देर रात विरियाखेड़ी निवासी कैलाश पिता नाथुलाल निनामा की शिकायत पर चार लोगों को गिरफ्तार किया गया।
- आरोपियों पर प्रार्थना और इलाज के बहाने धर्मांतरण कराने का आरोप है।
गिरफ्तार आरोपी
पुलिस ने इस केस में अब तक चार आरोपियों को पकड़ा है:
- जगदीश (30 वर्ष) – निवासी रिछखोरा थाना सरवन, हाल मुकाम गंगासागर, रतलाम।
- मांगीलाल (35 वर्ष) – निवासी सागवा थाना बिलकुंआ, जिला बांसवाड़ा (राजस्थान)।
- गुड्डु उर्फ गुड्डा (18 वर्ष 7 माह) – निवासी गेणी थाना शिवगढ़, जिला रतलाम।
- विक्रम सिंह (35 वर्ष) – निवासी रिछखोरा थाना सरवन, हाल मुकाम शिव नगर, रतलाम।
इनमें से तीन आरोपियों को जेल भेज दिया गया है, जबकि मुख्य आरोपी विक्रम सिंह पुलिस रिमांड पर है।
पुलिस जांच का फोकस
अब पुलिस की जांच इन बिंदुओं पर केंद्रित है:
- आरोपी को किसने और क्यों फंडिंग की?
- धर्मांतरण की इस गतिविधि में और कौन शामिल है?
- झाबुआ के चर्च और स्थानीय नेटवर्क का क्या रोल है?
हिंदू संगठनों की भूमिका
धर्मांतरण की सूचना मिलते ही हिंदू संगठनों के पदाधिकारी मौके पर पहुंचे थे। उन्होंने ही चार लोगों को पकड़कर पुलिस को बुलाया।
उनका कहना है कि जनजातीय समाज को धोखे से धर्मांतरण की ओर धकेला जा रहा है। यह समाज और संस्कृति पर सीधा हमला है।
नतीजा और आगे की कार्रवाई
फिलहाल, पुलिस विक्रम सिंह निनामा से पूछताछ कर रही है। रिमांड अवधि के दौरान पुलिस को कई अहम जानकारियां मिलने की संभावना जताई जा रही है।
इस मामले के सामने आने के बाद इलाके में लोगों में आक्रोश है और ग्रामीण लगातार प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
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