भीलवाड़ा

भीलवाड़ा में युवक ने नदी में कूदकर की आत्महत्या, 8 दिन बाद मिला शव

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भीलवाड़ा से बड़ी खबर

राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के काछोला थाना क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां 31 वर्षीय युवक ने नदी में कूदकर सुसाइड (आत्महत्या) कर ली। खास बात यह रही कि युवक ने आत्महत्या से पहले अपना वीडियो भी रिकॉर्ड किया, जिसमें उसने कहा कि वह जिंदगी से परेशान होकर “जल समाधि” ले रहा है।

इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। घटना के आठ दिन बाद युवक का शव करीब 40 किलोमीटर दूर श्मशान घाट के पास नदी में मिला। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मॉर्च्युरी में रखवाया और परिजनों को सूचना दी।


श्मशान घाट के पास मिला शव

काछोला थाना SHO ने जानकारी दी कि सोमवार सुबह करीब 10 बजे राहगीरों ने कंकरोलिया घाटी के श्मशान घाट के पास नदी में एक शव देखा। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को बाहर निकाला।

शव की जेब में मिले आधार कार्ड से पहचान हुई कि मृतक का नाम दुर्गेश कुमार बैरागी (31), निवासी गादी खंडा, मीठा भीलवाड़ा है। पुलिस ने शव को अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवाया और परिजनों को खबर दी।


जन्मदिन के एक दिन बाद रिकॉर्ड किया वीडियो

पुलिस जांच में सामने आया कि दुर्गेश ने अपना सुसाइड वीडियो 31 अगस्त को रिकॉर्ड किया था। यह दिन उसके जन्मदिन के ठीक एक दिन बाद था। वीडियो में उसने साफ कहा कि वह जीवन से परेशान है और नदी में “जल समाधि” ले रहा है।

परिजनों के अनुसार, वीडियो रिकॉर्ड करने के बाद से दुर्गेश घर नहीं लौटा था। लगातार 8 दिन तक परिजन और पुलिस उसकी तलाश करते रहे। अंततः सोमवार को उसका शव नदी से बरामद हुआ।


वीडियो में कही दिल दहला देने वाली बातें

वीडियो में दुर्गेश कहता है –

  • “मैं जल समाधि लेने जा रहा हूं।”
  • “जिंदगी से परेशान हो गया हूं।”
  • “यह त्रिवेणी का मंदिर है, सामने बड़ा पुल है और मैं छोटे पुल पर खड़ा हूं।”

यह शब्द सुनकर परिजन और ग्रामीण गहरे सदमे में हैं।


पुलिस की कार्रवाई

काछोला थाना पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि युवक मानसिक रूप से परेशान था और उसी कारण उसने यह कदम उठाया। हालांकि आत्महत्या के पीछे की असल वजह जानने के लिए परिजनों और परिचितों से पूछताछ की जा रही है।


भीलवाड़ा में आत्महत्या के बढ़ते मामले

पिछले कुछ वर्षों में भीलवाड़ा और आसपास के जिलों जैसे उदयपुर और चित्तौड़गढ़ से आत्महत्या के कई मामले सामने आए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि सामाजिक दबाव, आर्थिक तंगी और मानसिक तनाव इसके प्रमुख कारण हैं।

सुसाइड वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर छोड़ जाना एक चिंताजनक ट्रेंड बनता जा रहा है। इससे न केवल परिवार बल्कि पूरा समाज प्रभावित होता है।


समाज में मानसिक स्वास्थ्य पर चर्चा जरूरी

मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे मामलों से बचने के लिए परिवार और समाज को जागरूक होना होगा।

  • अवसाद या तनाव झेल रहे व्यक्ति से बातचीत करें।
  • उसके व्यवहार में बदलाव दिखे तो तुरंत मदद दिलाएं।
  • आत्महत्या के विचार आने पर 24×7 हेल्पलाइन नंबर का इस्तेमाल करें।

राजस्थान पुलिस भी लगातार अपील कर रही है कि आत्महत्या किसी समस्या का समाधान नहीं है और लोगों को मानसिक स्वास्थ्य को लेकर खुलकर बात करनी चाहिए।


परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल

दुर्गेश की मौत से उसके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। परिजनों का कहना है कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वह इतना बड़ा कदम उठा लेगा। जन्मदिन के ठीक बाद यह हादसा पूरे गांव के लिए सदमे जैसा है।


निष्कर्ष

भीलवाड़ा की यह घटना बताती है कि आत्महत्या के मामले समाज के लिए गंभीर चुनौती बनते जा रहे हैं। तकनीक के इस दौर में जहां लोग अपने अंतिम क्षणों तक वीडियो रिकॉर्ड कर रहे हैं, वहीं यह सवाल खड़ा होता है कि क्या हम अपने आसपास मानसिक रूप से परेशान लोगों को समझ पा रहे हैं?


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