प्रतापगढ़। जिले में हाल ही की भारी बरसात और पुराने विद्यालय भवनों की जर्जर स्थिति को ध्यान में रखते हुए शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन ने एक विशेष पहल की है। मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी कमलेश तेतरवाल के निर्देश पर जिले के सभी 1345 राजकीय विद्यालयों की छतों और नालियों की सफाई एक ही दिन में करवाई गई।
🌧️ बारिश के बाद सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता
- भारी वर्षा के कारण विद्यालय भवनों की छतों पर घास और कचरा जमा हो गया था।
- जलजमाव और सीलन से बचाव के लिए यह कदम उठाया गया।
- कलेक्टर ने बारिश के चलते विद्यार्थियों के लिए अवकाश घोषित किया था, जिससे शिक्षकों का समय इस अभियान में उपयोग हुआ।
🧹 सुबह 8 से दोपहर 1 बजे तक चला अभियान
- सभी ब्लॉकों के शिक्षा अधिकारियों और प्रधानाचार्यों ने सफाई अभियान की सतत मॉनिटरिंग की।
- मजदूरों और ग्रामवासियों की मदद से छतों पर जमा गंदगी और नालियों में फंसी मिट्टी-घास हटाई गई।
- जिन विद्यालयों की नालियां टूटी पाई गईं, वहां नई नालियां बनाने के निर्देश दिए गए।
🎯 अभियान का उद्देश्य
- विद्यालय भवनों को सुरक्षित बनाए रखना।
- बरसात के मौसम में जलजमाव और क्षति से बचाव।
- विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिए स्वच्छ और सुरक्षित शैक्षणिक वातावरण सुनिश्चित करना।
📌 अधिकारियों की सतत मॉनिटरिंग
- प्रत्येक ब्लॉक से जिला स्तर पर रिपोर्ट भेजी गई।
- सुनिश्चित किया गया कि सभी 1345 विद्यालयों की छतों की सफाई पूरी हो चुकी है।
- शिक्षा विभाग का दावा है कि इस अभियान से विद्यालयों में स्वच्छता और संरक्षा दोनों को मजबूती मिली है।
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