उदयपुर के सुखेर थाना क्षेत्र में मंगलवार सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। स्मार्ट शॉपी नामक प्लास्टिक आइटम के शोरूम में अचानक आग लग गई, जिससे शोरूम में रखे लाखों के सामान जलकर राख हो गए। घटना के वक्त शोरूम अभी-अभी खोला गया था, लेकिन चंद मिनटों में ही तेज लपटों ने पूरे गोदाम को चपेट में ले लिया।
घटना का पूरा विवरण
घटना सुखेर थाना क्षेत्र की है जो उदयपुर, राजस्थान का एक प्रमुख इलाका है। सुबह करीब 10 बजे जब स्मार्ट शॉपी खुली ही थी, तभी शोरूम के पीछे बने गोदाम से धुआं उठता दिखाई दिया। कुछ ही मिनटों में आग ने विकराल रूप ले लिया। तेज लपटें और घना काला धुआं देखकर आसपास के लोग घबरा गए और बड़ी संख्या में मौके पर इकट्ठा हो गए।
आग लगने का कारण और स्टाफ की प्रतिक्रिया
दुकान मालिक मोहनसिंह राजपुरोहित के अनुसार, प्रारंभिक तौर पर आग का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। स्टाफ ने तुरंत फायर फाइटिंग सिस्टम से आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन आग इतनी तेजी से फैली कि उन्हें दुकान छोड़कर भागना पड़ा।
“हमने पूरा प्रयास किया कि आग बुझा सकें, लेकिन लपटें बहुत तेज थीं। हमने जान बचाना ही बेहतर समझा।”
– मोहनसिंह राजपुरोहित, दुकान मालिक
जलकर राख हुआ लाखों का सामान
स्मार्ट शॉपी में प्लास्टिक के टेबल, कुर्सियां, बर्तन, हैंडीक्राफ्ट, बच्चों के खिलौने और रसोई के सामान जैसी चीजें बेची जाती थीं। इस हादसे में दुकान का लगभग सारा सामान जलकर खाक हो गया। अनुमान के मुताबिक करीब 80 लाख रुपए का नुकसान हुआ है।
दमकल विभाग की देरी और लाचारगी
स्थानीय लोगों का आरोप है कि फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर देर से पहुंची। अगर समय रहते दमकल की गाड़ियां आतीं, तो शायद नुकसान को कम किया जा सकता था। कई लोगों ने सोशल मीडिया पर भी इस देरी को लेकर अपनी नाराज़गी जताई।
क्या है प्रशासन की जिम्मेदारी?
इस तरह की घटनाएं उदयपुर जैसे शहर में लगातार सामने आ रही हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या प्रशासन दुकानों और शोरूमों में फायर सेफ्टी स्टैंडर्ड की नियमित जांच करता है? क्या फायर अलार्म और ऑटोमैटिक फायर सिस्टम जैसे उपायों को अनिवार्य नहीं बनाया जाना चाहिए?
नागरिकों को क्या सबक मिला?
इस घटना ने यह भी सिखाया है कि प्रत्येक व्यवसाय को अपने प्रतिष्ठान में फायर सेफ्टी ट्रेनिंग, उपकरण और इमरजेंसी प्लान जरूर रखना चाहिए। केवल सिस्टम लगाने से काम नहीं चलेगा, बल्कि उसका सही उपयोग आना भी जरूरी है।
निष्कर्ष
उदयपुर के सुखेर थाना क्षेत्र में हुआ यह हादसा न केवल एक शोरूम मालिक के लिए भारी आर्थिक नुकसान का कारण बना, बल्कि यह एक चेतावनी भी है कि आगजनी जैसी घटनाएं कब कहां और कैसे हो जाए, कोई नहीं जानता। इसलिए समय रहते सुरक्षा उपाय अपनाना हर किसी की ज़िम्मेदारी है।
#उदयपुर #सुखेरथाना #स्मार्टशॉपी #आगहादसा #प्लास्टिकशोरूम #राजस्थानन्यूज #UdaipurFire #SmartShoppe #FireIncident
अगर आप उदयपुर की लेटेस्ट और प्रामाणिक खबरें पढ़ना चाहते हैं, तो जुड़े रहिए Mewar Malwa से। ✅